अमेठी में मतदान होने से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को एक खत लिखा। इस खत के जरिए जहां राहुल ने अमेठी की जनता से अपना रिश्ता होने का बखान किया तो वहीं केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला भी बोला। लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में 6 मई को उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित सीट अमेठी में भी वोट डाले जाएंगे।
पिछले काफी समय से अमेठी कांग्रेस का गढ़ बना हुआ है। बीजेपी ने कांग्रेस के इस गढ़ में सेंधमारी की कोशिश कई बार की लेकिन उसे सफलता सिर्फ एक बार मिली। वह भी तब जब मैदान में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य नहीं था। पिछले चार दशक में अमेठी से गांधी परिवार के जिस किसी सदस्य ने अपनी किस्मत आजमाई अमेठी ने उसे कभी निराश नहीं किया। इस बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से मैदान में है। यहां उनका मुकाबला बीजेपी की स्मृति ईरानी से है। साल 2014 में राहुल गांधी इसी सीट से स्मृति ईरानी को हरा चुके हैं। इस बार भी दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
महागठबंधन ने इस सीट पर राहुल गांधी को समर्थन दिया है और इसी बीच राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को एक खत लिखा है। इस खत में राहुल गांधी ने अमेठी की जनता से अपना भावनात्मक रिश्ता बखूबी दर्शाया है, तो वहीं बीजेपी को भी कई मुद्दों पर घेरा है। राहुल गांधी ने कहा अमेठी से उनका रिश्ता भावनात्मक तौर पर उतना ही मजबूत है जितना परिवार के सदस्यों के बीच होता है। बीजेपी यहां से झूठ और पैसे के बल पर चुनाव जीतना चाहती है। राहुल गांधी ने आगे पत्र में लिखा 'कांग्रेस पार्टी जहां गरीबों, महिलाओं और छोटे दुकानदारों के लिए काम करना चाहती है, वहीं बीजेपी का मकसद 15 से 20 उद्योगपतियों को सरकार का मालिक बना देना है। कांग्रेस के सिस्टम में मालिक जनता है जबकि बीजेपी के सिस्टम में मालिक अनिल अंबानी हैं। अमेठी की जनता से मेरा वचन है कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनते ही बीजेपी द्वारा अमेठी के लिए रोके गए सारे काम तेज गति से शुरू होंगे।' राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को अपने पक्ष में करने के लिए भावनात्मक रूप से खत लिखकर कांग्रेस को वोट करने की अपील तो कर दी लेकिन उनकी यह अपील कितनी कारगर साबित होती है यह 23 मई को पता चलेगा।
पिछले काफी समय से अमेठी कांग्रेस का गढ़ बना हुआ है। बीजेपी ने कांग्रेस के इस गढ़ में सेंधमारी की कोशिश कई बार की लेकिन उसे सफलता सिर्फ एक बार मिली। वह भी तब जब मैदान में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य नहीं था। पिछले चार दशक में अमेठी से गांधी परिवार के जिस किसी सदस्य ने अपनी किस्मत आजमाई अमेठी ने उसे कभी निराश नहीं किया। इस बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से मैदान में है। यहां उनका मुकाबला बीजेपी की स्मृति ईरानी से है। साल 2014 में राहुल गांधी इसी सीट से स्मृति ईरानी को हरा चुके हैं। इस बार भी दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
महागठबंधन ने इस सीट पर राहुल गांधी को समर्थन दिया है और इसी बीच राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को एक खत लिखा है। इस खत में राहुल गांधी ने अमेठी की जनता से अपना भावनात्मक रिश्ता बखूबी दर्शाया है, तो वहीं बीजेपी को भी कई मुद्दों पर घेरा है। राहुल गांधी ने कहा अमेठी से उनका रिश्ता भावनात्मक तौर पर उतना ही मजबूत है जितना परिवार के सदस्यों के बीच होता है। बीजेपी यहां से झूठ और पैसे के बल पर चुनाव जीतना चाहती है। राहुल गांधी ने आगे पत्र में लिखा 'कांग्रेस पार्टी जहां गरीबों, महिलाओं और छोटे दुकानदारों के लिए काम करना चाहती है, वहीं बीजेपी का मकसद 15 से 20 उद्योगपतियों को सरकार का मालिक बना देना है। कांग्रेस के सिस्टम में मालिक जनता है जबकि बीजेपी के सिस्टम में मालिक अनिल अंबानी हैं। अमेठी की जनता से मेरा वचन है कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनते ही बीजेपी द्वारा अमेठी के लिए रोके गए सारे काम तेज गति से शुरू होंगे।' राहुल गांधी ने अमेठी की जनता को अपने पक्ष में करने के लिए भावनात्मक रूप से खत लिखकर कांग्रेस को वोट करने की अपील तो कर दी लेकिन उनकी यह अपील कितनी कारगर साबित होती है यह 23 मई को पता चलेगा।
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