चुनावी मौसम में जहां एक तरफ चुनाव आयोग सख्त रुख अख्तियार किए हुआ है। तो वहीं सोशल साइट्स भी इसे लेकर हरकत में आ गई हैं। पिछले दिनों फेसबुक ने जहां कई फेक पेज और अकाउंट डिलीट किए थे वहीं अब फेसबुक के स्वामित्व वाली व्हाट्सएप ने भी भारत में कई बड़े बदलाव किए हैं, जिसे जानना सभी के लिए बहुत जरूरी है। तो क्या है वह बदलाव आइए जानते हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर व्हाट्सएप ने फैक्ट्स सर्विस की सुविधा शुरू की है। जो आपके फेक मैसेजेस को वेरीफाई करेगी। इसका जिम्मा व्हाट्सएप ने चेकप्वाइंट टिपलाइन नाम की एक भारतीय स्टार्टअप को सौंपा है। यहीं पर ही खबरों की फैक्ट चेकिंग की जाएगी। फैक्ट चेकिंग के लिए व्हाट्सएप की ओर से 9643000888 नंबर जारी किया गया है। फेक न्यूज़ का पता लगाने के लिए आपको इस नंबर पर मैसेज, वीडियो या तस्वीर भेजनी होगी जिस पर आपको संदेह है। इसे आप पांच भाषाओं इंग्लिश, हिंदी, तेलुगू, मलयालम और बंगाली में भेज सकते हैं। यहां मैसेज भेजे जाने के बाद टीम मैसेज को चैक करेगी। जो फर्जी खबर होगी उसे गलत, गुमराह करने वाली विवादित मैसेज की श्रेणी दी जाएगी। वहीं सही खबर को ट्रू का लेबल दिया जाएगा और इस तरह से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
साथ ही कंपनी ने मैसेज फॉरवर्ड करने की लिमिट भी कम कर दी है, अब केवल एक साथ 5 लोगों को ही मैसेज फॉरवर्ड किया जा सकता है। इन सभी बदलाव में एक बदलाव काफी अहम है। व्हाट्सएप ने ग्रुप चैटिंग के लिए भी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किया है। नई अपडेट के बाद अब ग्रुप का एडमिन किसी भी शख्स को उसकी इजाजत के बिना ग्रुप में ऐड नहीं कर पाएगा। पहले उस शख्स की इजाजत लेनी होगी और इसके लिए उसे एक इनवाइट भेजना होगा। आपको बता दें इन सभी फीचर्स की टेस्टिंग पहले से ही की जा रही थी और अब धीरे-धीरे इन्हें लागू किया जा रहा है। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए बने रहें हमारे साथ।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर व्हाट्सएप ने फैक्ट्स सर्विस की सुविधा शुरू की है। जो आपके फेक मैसेजेस को वेरीफाई करेगी। इसका जिम्मा व्हाट्सएप ने चेकप्वाइंट टिपलाइन नाम की एक भारतीय स्टार्टअप को सौंपा है। यहीं पर ही खबरों की फैक्ट चेकिंग की जाएगी। फैक्ट चेकिंग के लिए व्हाट्सएप की ओर से 9643000888 नंबर जारी किया गया है। फेक न्यूज़ का पता लगाने के लिए आपको इस नंबर पर मैसेज, वीडियो या तस्वीर भेजनी होगी जिस पर आपको संदेह है। इसे आप पांच भाषाओं इंग्लिश, हिंदी, तेलुगू, मलयालम और बंगाली में भेज सकते हैं। यहां मैसेज भेजे जाने के बाद टीम मैसेज को चैक करेगी। जो फर्जी खबर होगी उसे गलत, गुमराह करने वाली विवादित मैसेज की श्रेणी दी जाएगी। वहीं सही खबर को ट्रू का लेबल दिया जाएगा और इस तरह से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
साथ ही कंपनी ने मैसेज फॉरवर्ड करने की लिमिट भी कम कर दी है, अब केवल एक साथ 5 लोगों को ही मैसेज फॉरवर्ड किया जा सकता है। इन सभी बदलाव में एक बदलाव काफी अहम है। व्हाट्सएप ने ग्रुप चैटिंग के लिए भी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किया है। नई अपडेट के बाद अब ग्रुप का एडमिन किसी भी शख्स को उसकी इजाजत के बिना ग्रुप में ऐड नहीं कर पाएगा। पहले उस शख्स की इजाजत लेनी होगी और इसके लिए उसे एक इनवाइट भेजना होगा। आपको बता दें इन सभी फीचर्स की टेस्टिंग पहले से ही की जा रही थी और अब धीरे-धीरे इन्हें लागू किया जा रहा है। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए बने रहें हमारे साथ।
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