सिगरेट पीने के शौकीन लोगों में वर्तमान समय में ई-सिगरेट का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। जिन लोगों को लगता है कि ई- सिगरेट सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होती है, उन्हीं लोगों के लिए आज हम यह लेख लेकर आए हैं। बता दें ई-सिगरेट किसी आम सिगरेट की तरह ही सेहत के लिए नुकसानदायक होती है।
विशेषज्ञों की मानें तो ई सिगरेट दुकानों पर बिकने वाली आम सिगरेट जितनी ही विषैली और खतरनाक होती है। सरकार ने कई प्रयास किए हैं इसे रोकने के लिए लेकिन फिर भी कई ऑनलाइन वेबसाइट, स्टोर और छोटी दुकानों पर यह धड़ल्ले से बिक रही है। ई-सिगरेट बनाने वाली कंपनियों ने इसका प्रचार बड़े आकर्षक तरीके से किया है, जिस कारण लोग इसकी ओर खींचे चले आते हैं। उपभोक्ताओं को लगता है कि यह जलने वाली सिगरेट की तुलना में निकोटीन लेने का ज्यादा सुरक्षित विकल्प है। प्रचार में इसे कम नुकसान पहुंचाने वाला बताया जाता है, जबकि सच्चाई इससे कुछ अलग है।
ई-सिगरेट किसी भी तरह से तंबाकू उत्पादन, वितरण और वर्तमान में मौजूद राष्ट्रीय कानून के दायरे में नहीं आती है। हमारे देश में 12 राज्यों में ई-सिगरेट पर पूर्ण तरह से प्रतिबंध है। इससे अनेक तरह के स्वास्थ्य संबंधी खतरे पैदा होते हैं जो कि परंपरागत सिगरेट की ही तरह घातक है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ई-सिगरेट से निकलने वाला रसायन हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियां होने के साथ-साथ कई मामलों में कैंसर तक देखा गया है।
इसके इस्तेमाल से होने वाले घातक परिणामों को देखते हुए इसे देश के सभी राज्यों में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए एवं इसकी निगरानी के लिए एक विशेष तंत्र बनाने की भी जरूरत है। आपकी क्या राय है इस बारे में कमेंट के माध्यम से अपने विचार साझा करें।
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