चक्रवाती तूफान फोनी के कल शुक्रवार तक ओडिशा पहुंचने की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों समेत सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है व साथ ही तटीय इलाकों में रह रहे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है। संयुक्त तूफान चेतावनी केंद्र के अनुसार फोनी तूफान 1999 के बाद से अब तक का सबसे बड़ा और खतरनाक चक्रवाती तूफान हो सकता है। माना जा रहा है फोनी तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 175-200 किलोमीटर प्रति घंटा या उससे भी अधिक रह सकती है। आइए जानते हैं फोनी तूफान से जुड़ी 5 बड़ी बातें।
1- चक्रवाती तूफान फोनी के मद्देनजर वायु सेना, तटरक्षक बल व नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उन्हें किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
2- विशेषज्ञों के अनुसार चक्रवाती तूफान फोनी के दौरान समुद्र में 2 मीटर से भी ऊंची लहरें उठ सकती हैं। तटवर्ती जिलो में भयंकर मूसलाधार बारिश होने के साथ-साथ 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी अधिक तेज हवा चल सकती है।
3- राज्य के सभी स्वास्थ्य सेवा कर्मियों और चिकित्सकों की छुट्टियां 15 तारीख तक के लिए रद्द कर दी गई है। राज्य के दक्षिणी जिलों में 880 चक्रवात शरण केंद्र तैयार बनाए गए हैं ताकि चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए लोगों को इन शरण केंद्रों में में सुरक्षित रखा जा सके। चक्रवात शरण केंद्रों के पर्याप्त न होने की स्थिति में प्रभावित लोगों को आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में ठहराया जाएगा।
4- चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए उड़ीसा के पारादीप और आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम बंदरगाह में परिचालन को पूरी तरह से रोक दिया गया है। सभी जहाजों को तूफान क्षेत्र से दूर रहने की हिदायत दी गई है। ताकि किसी भी तरह के नुकसान से बचा जा सके।
5- लोकसभा चुनाव के दौरान फोनी तूफान और उससे होने वाले नुकसान की आशंका को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा राज्य के 11 तटवर्ती जिलों में आदर्श आचार संहिता के प्रावधान में ढील दी गई है व चक्रवाती तूफान को देखते हुए 74 रेलगाड़ियों रद्द कर दिया गया है।
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