ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसी घटना घटी जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया में एक शख्स ने अपने बॉस के ऊपर इसलिए मुकदमा दर्ज करा दिया क्योंकि उसका आरोप है कि साल 2017 में उसका पूर्व बॉस उसकी सीट के पीछे आकर गैस छोड़ता था। ऑस्ट्रेलिया मूल के निवासी 56 वर्षीय डेविड एक कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। अब जाकर उन्होंने अपने पूर्व कंपनी बॉस के ऊपर केस दर्ज कराया है।
डेविड का आरोप है की उनका बॉस जानबूझकर गैस छोड़ कर उन्हें परेशान किया करता था। इस हरासमेंट के एवज में उन्होंने 1.8 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का हर्जाना मांगा है। एक न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार डेविड ने उन्हें बातचीत में बताया कि उनके ऑफिस का कमरा काफी छोटा था और बॉस दिन में 5 से 6 बार उनकी शीट के पास आकर गैस छोड़ते थे, उनके जाने के बाद मैं अपने कैबिन में डिओडरेंट स्प्रे किया करता था। वह ऐसा इसलिए करते थे ताकि मैं जॉब छोड़कर चला जाऊं और मानसिक रूप से परेशान रहूं।
कोर्ट में 18 दिन चले ट्रायल के बाद आरोपी बॉस का कहना है की गलती से एक दो बार उन्होंने यह किया होगा, लेकिन उनका मकसद किसी को मानसिक रूप से परेशान करना नहीं था। अप्रैल माह में सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ विक्टोरिया जस्टिस रीटा जमिट ने यह केस रिजेक्ट कर दिया था, जिसके बाद डेविड ने फिर से अपील की है और अब इस केस का आखिरी फैसला शुक्रवार को आएगा। आपका क्या कहना है इस अजीबोगरीब केस के बारे में हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।
डेविड का आरोप है की उनका बॉस जानबूझकर गैस छोड़ कर उन्हें परेशान किया करता था। इस हरासमेंट के एवज में उन्होंने 1.8 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का हर्जाना मांगा है। एक न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार डेविड ने उन्हें बातचीत में बताया कि उनके ऑफिस का कमरा काफी छोटा था और बॉस दिन में 5 से 6 बार उनकी शीट के पास आकर गैस छोड़ते थे, उनके जाने के बाद मैं अपने कैबिन में डिओडरेंट स्प्रे किया करता था। वह ऐसा इसलिए करते थे ताकि मैं जॉब छोड़कर चला जाऊं और मानसिक रूप से परेशान रहूं।
कोर्ट में 18 दिन चले ट्रायल के बाद आरोपी बॉस का कहना है की गलती से एक दो बार उन्होंने यह किया होगा, लेकिन उनका मकसद किसी को मानसिक रूप से परेशान करना नहीं था। अप्रैल माह में सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ विक्टोरिया जस्टिस रीटा जमिट ने यह केस रिजेक्ट कर दिया था, जिसके बाद डेविड ने फिर से अपील की है और अब इस केस का आखिरी फैसला शुक्रवार को आएगा। आपका क्या कहना है इस अजीबोगरीब केस के बारे में हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।
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