आखिरकार बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का इंतजार खत्म हो गया है। काफी मंथन के बाद होली के दिन बीजेपी ने अपने 184 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। जिस में सबसे बड़ा सरप्राइज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का नाम था जो गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे। यानी साफ है कि बीजेपी को 2 सीटों से 180 सीटों तक लाने वाले लालकृष्ण आडवाणी को बीजेपी ने आउट कर दिया है। आडवाणी युग के अंतर को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर जोरदार वार किया है। बीजेपी के गढ़ में तब्दील हुई गांधीनगर सीट को लेकर पहले ही चर्चा तेज थी।सवाल उठ रहे थे कि बीजेपी इस सीट से किसे उम्मीदवार बनाएगी। आडवाणी को टिकट मिलेगा या फिर पार्टी उन्हें घर बैठा देगी। इन सभी सवालों के जवाब अब जनता के सामने हैं।
बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर आडवाणी युग का अंत कर दिया है। बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को गांधीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है। दरअसल यह सीट बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीट है। लालकृष्ण आडवाणी 1991 सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पहले ही अटकलें लगाई जा रही थी कि इस बार शायद बीजेपी के लौह पुरुष का टिकट कट सकता है। क्योंकि लालकृष्ण आडवाणी की उम्र इस वक्त 92 साल है और बीजेपी में कुछ समय पहले यह बात उठ रही थी कि 75 से ज्यादा उम्र के लोगों को टिकट ना दिया जाए। इसके बाद से ही आडवाणी के टिकट पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। हालांकि ऐसी खबरें भी आई थी कि आम चुनाव से पहले बीजेपी ने अपनी इस नीति को बदल दिया है। जिसके बाद एलके आडवाणी के चुनाव लड़ने की उम्मीदे फिर जागी, लेकिन ऐसा हो ना सका।
बीजेपी के इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने बड़ा वार किया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा लालकृष्ण आडवाणी को पहले जबरन मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया और अब उनकी संसदीय सीट छीन ली। जब मोदी जी बुजुर्गों का आदर नहीं करते कि जनता के विश्वास का आदर कहां करेंगे। अब चाहे कांग्रेस कुछ भी कहे लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता अमित शाह को गांधीनगर सीट से उतारने को लेकर काफी खुश नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि अमित शाह के जरिए बीजेपी गुजरात की सभी 26 सीटें जीतना चाहती है। बीजेपी अमित शाह को सफलता की चाबी मानती है। इसलिए पार्टी नेताओं की मांग थी कि साह को लोकसभा में भेजा जाए। इसलिए बीजेपी ने अपनी सबसे सुरक्षित सीट गांधीनगर से अमित शाह को उतार दिया है।
लेकिन ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं, क्या बीजेपी ने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी जी के साथ सही किया? इस बारे में आपकी क्या राय है कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।
बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर आडवाणी युग का अंत कर दिया है। बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को गांधीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है। दरअसल यह सीट बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीट है। लालकृष्ण आडवाणी 1991 सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पहले ही अटकलें लगाई जा रही थी कि इस बार शायद बीजेपी के लौह पुरुष का टिकट कट सकता है। क्योंकि लालकृष्ण आडवाणी की उम्र इस वक्त 92 साल है और बीजेपी में कुछ समय पहले यह बात उठ रही थी कि 75 से ज्यादा उम्र के लोगों को टिकट ना दिया जाए। इसके बाद से ही आडवाणी के टिकट पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। हालांकि ऐसी खबरें भी आई थी कि आम चुनाव से पहले बीजेपी ने अपनी इस नीति को बदल दिया है। जिसके बाद एलके आडवाणी के चुनाव लड़ने की उम्मीदे फिर जागी, लेकिन ऐसा हो ना सका।
बीजेपी के इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने बड़ा वार किया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा लालकृष्ण आडवाणी को पहले जबरन मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया और अब उनकी संसदीय सीट छीन ली। जब मोदी जी बुजुर्गों का आदर नहीं करते कि जनता के विश्वास का आदर कहां करेंगे। अब चाहे कांग्रेस कुछ भी कहे लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता अमित शाह को गांधीनगर सीट से उतारने को लेकर काफी खुश नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि अमित शाह के जरिए बीजेपी गुजरात की सभी 26 सीटें जीतना चाहती है। बीजेपी अमित शाह को सफलता की चाबी मानती है। इसलिए पार्टी नेताओं की मांग थी कि साह को लोकसभा में भेजा जाए। इसलिए बीजेपी ने अपनी सबसे सुरक्षित सीट गांधीनगर से अमित शाह को उतार दिया है।
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