जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई घटना के बाद जहां एक तरफ पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। तमाम दल राजनीति छोड़ इस संकट की घड़ी में मोदी सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सांसद ही इस मामले पर सरकार को घेर रहे हैं। राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पुलवामा की घटना के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर ऐसे बयान देते हैं मोदी सरकार संकट में आ जाती है। वहीं अब स्वामी ने पुलवामा मामले को लेकर कुछ ऐसा कहा है के इसके बाद सरकार की मुश्किलें बढ़ना तय है। उन्होंने सीधे-सीधे इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा 2014 में दिए उस फैसले को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें किसी भी वाहन को चेक पोस्ट पर रोका नहीं जाएगा। स्वामी ने ट्वीट कर कर लिखा की यह आदेश इसलिए आया था क्योंकि सेना के जवानों ने एक मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी जिसके बाद जवानों पर मुकदमा भी चला और आज भी वह जेल में है।
दरअसल 3 नवंबर 2014 को 53 वी राष्ट्रीय राइफल के जवानों ने एक सफेद मारुति कार पर फायरिंग की थी क्योंकि वह कार दो चेकप्वाइंट पार कर चुकी थी। जवानों को कार में संदिग्धों के होने की आशंका थी। जिसकी वजह से गाड़ी न रोकें जाने पर जवानों ने फायरिंग कर दी। इसमें दो युवकों की जिंदगी खत्म हो गई थी। बाद में पता चला था कि कार में बैठे पांच किशोर मोहर्रम के जुलूस से लौट रहे थे। इस पूरे मामले को लेकर कश्मीर में काफी हंगामा मचा इसके बाद मोदी सरकार ने यह फैसला लिया था। स्वामी का कहना है कि इस आदेश की वजह से ही जैश ए मोहम्मद के आदिल ने चेकप्वाइंट पार करते हुए विस्फोटक से भरी गाड़ी सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दी। स्वामी का कहना है कि अगर चेकिंग हुई होती तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर ऐसे बयान देते हैं मोदी सरकार संकट में आ जाती है। वहीं अब स्वामी ने पुलवामा मामले को लेकर कुछ ऐसा कहा है के इसके बाद सरकार की मुश्किलें बढ़ना तय है। उन्होंने सीधे-सीधे इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा 2014 में दिए उस फैसले को जिम्मेदार ठहराया है जिसमें किसी भी वाहन को चेक पोस्ट पर रोका नहीं जाएगा। स्वामी ने ट्वीट कर कर लिखा की यह आदेश इसलिए आया था क्योंकि सेना के जवानों ने एक मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी जिसके बाद जवानों पर मुकदमा भी चला और आज भी वह जेल में है।
दरअसल 3 नवंबर 2014 को 53 वी राष्ट्रीय राइफल के जवानों ने एक सफेद मारुति कार पर फायरिंग की थी क्योंकि वह कार दो चेकप्वाइंट पार कर चुकी थी। जवानों को कार में संदिग्धों के होने की आशंका थी। जिसकी वजह से गाड़ी न रोकें जाने पर जवानों ने फायरिंग कर दी। इसमें दो युवकों की जिंदगी खत्म हो गई थी। बाद में पता चला था कि कार में बैठे पांच किशोर मोहर्रम के जुलूस से लौट रहे थे। इस पूरे मामले को लेकर कश्मीर में काफी हंगामा मचा इसके बाद मोदी सरकार ने यह फैसला लिया था। स्वामी का कहना है कि इस आदेश की वजह से ही जैश ए मोहम्मद के आदिल ने चेकप्वाइंट पार करते हुए विस्फोटक से भरी गाड़ी सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दी। स्वामी का कहना है कि अगर चेकिंग हुई होती तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती।
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