तमाम टीवी चैनल्स के एग्जिट पोल ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है। चिंता इस बात पर नहीं कि एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है बल्कि इस बात पर कि ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है। इसी के चलते विपक्षी दल स्ट्रांग रूम की सुरक्षा और कड़ी करने की मांग कर रहे हैं। कई जगहों से स्ट्रांग रूम के बाहर बवाल की खबरें भी सामने आई है।
जितना बवाल और शोर लोकसभा चुनाव के सात चरणों में सुनाई दे रहा था उससे कहीं ज्यादा विवाद और शोर अब ईवीएम विवाद के जिन ने मचा दिया है। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि एग्जिट पोल की आड़ में ईवीएम का खेल करने की पूरी कोशिश की जा रही है। साथ ही विपक्षी पार्टियां लगातार चुनाव आयोग पर ही हमलावर हैं। लेकिन सोमवार को मामला और गंभीर तब हो गया जब देर रात ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस और गठबंधन के प्रत्याशियों ने गाजीपुर, चंदौली समेत कई जगहों पर जमकर हंगामा किया। गाजीपुर में जिला प्रशासन और पुलिस से नोकझोंक के बाद गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी तो धरने पर ही बैठ गए। वहीं चंदौली में भी ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर बवाल मचा। मऊ में भी देर रात स्ट्रांग रूम के बाहर बवाल की खबरें सामने आई है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और चंदौली में हुई घटना पर सफाई दी है।
आयोग ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सभी ईवीएम कड़ी सुरक्षा में है। चुनाव आयोग की तरफ से हर घटना पर अलग जवाब जारी किया गया है। गाजीपुर मामले पर चुनाव आयोग ने कहा कि वहां पर स्ट्रांग रूम को लेकर प्रत्याशियों के द्वारा जो सवाल खड़े किए गए थे उन्हें सुलझा लिया गया है। अब चुनाव आयोग ने तो अपनी तरफ से स्ट्रांग रूम की कड़ी सुरक्षा की बात ताल ठोक कर कह दी है, लेकिन विपक्ष इस पर कितना भरोसा करता है और ईवीएम का जिन कब तक शांत होता है यह देखना दिलचस्प होगा।
जितना बवाल और शोर लोकसभा चुनाव के सात चरणों में सुनाई दे रहा था उससे कहीं ज्यादा विवाद और शोर अब ईवीएम विवाद के जिन ने मचा दिया है। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि एग्जिट पोल की आड़ में ईवीएम का खेल करने की पूरी कोशिश की जा रही है। साथ ही विपक्षी पार्टियां लगातार चुनाव आयोग पर ही हमलावर हैं। लेकिन सोमवार को मामला और गंभीर तब हो गया जब देर रात ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस और गठबंधन के प्रत्याशियों ने गाजीपुर, चंदौली समेत कई जगहों पर जमकर हंगामा किया। गाजीपुर में जिला प्रशासन और पुलिस से नोकझोंक के बाद गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी तो धरने पर ही बैठ गए। वहीं चंदौली में भी ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर बवाल मचा। मऊ में भी देर रात स्ट्रांग रूम के बाहर बवाल की खबरें सामने आई है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और चंदौली में हुई घटना पर सफाई दी है।
आयोग ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सभी ईवीएम कड़ी सुरक्षा में है। चुनाव आयोग की तरफ से हर घटना पर अलग जवाब जारी किया गया है। गाजीपुर मामले पर चुनाव आयोग ने कहा कि वहां पर स्ट्रांग रूम को लेकर प्रत्याशियों के द्वारा जो सवाल खड़े किए गए थे उन्हें सुलझा लिया गया है। अब चुनाव आयोग ने तो अपनी तरफ से स्ट्रांग रूम की कड़ी सुरक्षा की बात ताल ठोक कर कह दी है, लेकिन विपक्ष इस पर कितना भरोसा करता है और ईवीएम का जिन कब तक शांत होता है यह देखना दिलचस्प होगा।
No comments:
Post a Comment