नमस्कार दोस्तों, भारतीय परंपरा के अनुसार हर महिला अपने विवाह के बाद अपने पैरों में बिछिया पहनती है और सोलहार श्रृंगार में पन्द्रहवे स्थान पर पैर की की उँगलियों की बिछिया पहनी जाती है। मन जाता है सुहागन महिलाओं की मांग में सोने व पैरों में चांदी के आभूषण होने चाहिए। यह आपके मन को अलौकिक शांति प्रदान करता है और आपके पारिवारिक जीवन में खुशियां और समृद्धि भी लाता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे की भूल कर भी बिछिया पहनने वाली महिलाओं को क्या नहीं करना चाहिए और अगर वह ऐसा करती है तो उनके पति पर कौन-कौन सी मुसीबतें आ सकती है।
माना जाता है विवाहित महिलाओं को अपने पैरों से बिछिया उतार कर कभी भी किसी दूसरी महिला को नहीं देनी चाहिए ऐसा करने से परिवार तथा पति के सारे कार्यों में नुकसान होने लगता है और उनका पति हमेशा कर्ज में डूबा रहता है। हमेशा शारारिक तथा मानसिक तनाव बना रहता है, कहा जाता है जहाँ से भी धन की प्राप्ति के श्रोत बंद हो जाते है। हमारे वेदों और पुराणों में बताया गया है की महिलाओं को ऐसी पायल, बिछिया पहननी चाहिए जिसमें बहुत ही कम आवाज हो। ऐसा करने से उनके पति सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। दोस्तों अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इस लेख को लाइक कीजिए और इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए। धन्यवाद।
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