पुलवामा की घटना के बाद से ही पूरा देश गुस्से की आग में जल रहा है। हर तरफ सिर्फ एक ही नारा बुलंद है कि दुश्मनों से बदला लो बदला लो। वहीं इस घटना के 100 घंटे के भीतर ही सेना ने हमले का पहला बदला ले लिया है। भारतीय सेना ने जैस के 2 आतंकियों को ढेर कर दिया है। इसमें हमले का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जब से इंसानियत के दुश्मनों ने आतंक का खूनी खेल खेला है तभी से देश के हर नागरिक का खून खौल रहा है। प्रशासन और सुरक्षाबलों ने साफ कर दिया था कि हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। सीआरपीएफ ने ट्वीट कर कहा था कि दुश्मनों को बख्शा नहीं जाएगा। हम चुप नहीं बैठेंगे। इन सब के बीच आज सुरक्षाबलों ने अपने साथियों की शहादत का बदला ले लिया है।
खबर है कि पुलवामा के एक गांव में सुरक्षा बलों ने जैस के सबसे बड़े कमांडर और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान उर्फ गाजी राशिद को ढेर कर दिया है। साथ ही उसका एक और साथी एनकाउंटर का शिकार हुआ है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि गांव में 2 से 3 आतंकी छुपे हुए हैं। जिसके बाद 55 राष्ट्रीय राइफल और सीआरपीएफ के जवानों ने कमर कसते हुए तलाशी अभियान शुरू किया।
इसकी भनक जैसे ही आतंकियों को लगी उन्होंने गोली चलाना शुरु कर दिया इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई। बताया जा रहा है सुरक्षाबलों ने एक बिल्डिंग को ही उड़ा दिया जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। वैसे आतंकियों के खात्मे की यह खबर सुकून देने वाली है तो वहीं दूसरी तरफ एक बुरी खबर भी है क्योंकि इस बदले के लिए हमें अपने 4 जवानों की कुर्बानी देनी पड़ी है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जब से इंसानियत के दुश्मनों ने आतंक का खूनी खेल खेला है तभी से देश के हर नागरिक का खून खौल रहा है। प्रशासन और सुरक्षाबलों ने साफ कर दिया था कि हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। सीआरपीएफ ने ट्वीट कर कहा था कि दुश्मनों को बख्शा नहीं जाएगा। हम चुप नहीं बैठेंगे। इन सब के बीच आज सुरक्षाबलों ने अपने साथियों की शहादत का बदला ले लिया है।
खबर है कि पुलवामा के एक गांव में सुरक्षा बलों ने जैस के सबसे बड़े कमांडर और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान उर्फ गाजी राशिद को ढेर कर दिया है। साथ ही उसका एक और साथी एनकाउंटर का शिकार हुआ है। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि गांव में 2 से 3 आतंकी छुपे हुए हैं। जिसके बाद 55 राष्ट्रीय राइफल और सीआरपीएफ के जवानों ने कमर कसते हुए तलाशी अभियान शुरू किया।
इसकी भनक जैसे ही आतंकियों को लगी उन्होंने गोली चलाना शुरु कर दिया इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई। बताया जा रहा है सुरक्षाबलों ने एक बिल्डिंग को ही उड़ा दिया जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। वैसे आतंकियों के खात्मे की यह खबर सुकून देने वाली है तो वहीं दूसरी तरफ एक बुरी खबर भी है क्योंकि इस बदले के लिए हमें अपने 4 जवानों की कुर्बानी देनी पड़ी है।
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