नमस्कार दोस्तों, मौसम का बदलाव जारी हैं सुबह धुप गुनगुना एहसास दे रही तो शाम को हवाएं ठंड का एहसास करा रही हैं। इस उतार-चढ़ाव भरे मौसम में जरा सी लापरवाही ब्लड प्रेशर के मरीजों पर भारी पड़ सकती है। इससे बचने के लिए उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) और दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों को थोड़ा अलर्ट रहने की जरुरत है क्योंकि यह मौसम उनके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। हृदय रोग और ब्लड प्रेशर के मरीज के लिए यह मौसम बड़ा नाजुक होता है। जरा सी लापरवाही बड़ी परेशानी की वजह बन सकती है। माना जा रहा है आगामी दिनों में ठंड और अधिक बढ़ेगी। देश के कई जगहों में रविवार को तापमान -8 डिग्री तक अचानक गिर गया।
कड़ाके की ठंड और सर्द तेज हवाओं का मौसम बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी घातक हो सकता है। ह्रदय रोग के लिए अत्यधिक गर्मी और अधिक सर्दी का मौसम नाजुक होता है। जरा सी लापरवाही हार्टअटैक तक ला सकती है। इसलिए जरूरी है कि सुबह बाहर निकलने से पहले ठीक तरह से कपड़े पहने। हृदय रोग और बीपी के मरीजों को इस समय अपनी डाइट संतुलित करनी चाहिए। ऐसी लोगों के शरीर के लिए तली-भुनी चीजें बेहद नुकसानदायक है। मक्खन से बने खादय पदार्थों से पूरी तरह बचें व हो सके तो रोज व्यायाम करें। बीपी के मरीजों को गर्मी की अपेक्षा सर्दियों में अपनी सेहत का अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत होती है।
सर्दी का मौसम हृदय रोग के मरीजों के लिए तो घातक है ही इसके साथ ही इस मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी, गले के संक्रमण व कई अन्य तरह की दिक्कत हो सकती है जो खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए नुकसानदायक है। लेकिन इसकी चपेट में जवान भी आ रहे हैं। तो इस ठण्ड का मजा तो जरूर लें पर थोड़ी सावधानी भी बरतें। उम्मीद करते हैं की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। ऐसी ही कई अन्य जानकारियों के लिए बने रहिए हमारे साथ। दोस्तों हमारे इस लेख से संबंधित आपको कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें और हमे प्रोत्साहित करने के लिए लेख को ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर करें धन्यवाद।
कड़ाके की ठंड और सर्द तेज हवाओं का मौसम बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी घातक हो सकता है। ह्रदय रोग के लिए अत्यधिक गर्मी और अधिक सर्दी का मौसम नाजुक होता है। जरा सी लापरवाही हार्टअटैक तक ला सकती है। इसलिए जरूरी है कि सुबह बाहर निकलने से पहले ठीक तरह से कपड़े पहने। हृदय रोग और बीपी के मरीजों को इस समय अपनी डाइट संतुलित करनी चाहिए। ऐसी लोगों के शरीर के लिए तली-भुनी चीजें बेहद नुकसानदायक है। मक्खन से बने खादय पदार्थों से पूरी तरह बचें व हो सके तो रोज व्यायाम करें। बीपी के मरीजों को गर्मी की अपेक्षा सर्दियों में अपनी सेहत का अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत होती है।
सर्दी का मौसम हृदय रोग के मरीजों के लिए तो घातक है ही इसके साथ ही इस मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी, गले के संक्रमण व कई अन्य तरह की दिक्कत हो सकती है जो खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए नुकसानदायक है। लेकिन इसकी चपेट में जवान भी आ रहे हैं। तो इस ठण्ड का मजा तो जरूर लें पर थोड़ी सावधानी भी बरतें। उम्मीद करते हैं की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। ऐसी ही कई अन्य जानकारियों के लिए बने रहिए हमारे साथ। दोस्तों हमारे इस लेख से संबंधित आपको कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें और हमे प्रोत्साहित करने के लिए लेख को ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर करें धन्यवाद।
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