नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है। आज के लेख में हम आपको माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देंगे की दिवाली के अवसर पर किस तरह की मूर्ति आपको खरीदनी चाहिए जिससे आपको धन और सुख समृद्धि की प्राप्ति हो। कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन हर साल दीपावली यानी दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है। दिवाली पर धन की देवी माता लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश जी की पूजा की जाती है। दिवाली पर पूजा को लेकर एक और विधान है कि हर साल लक्ष्मी और गणेश की नई मूर्ति की ही पूजा की जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि दिवाली पर पूजा के लिए कैसी मूर्ति आपको खरीदनी चाहिए जिससे कि घर में बरकत आये। आइये जानते हैं।
गणेश जी की मूर्ति- गणेश की मूर्ति खरीदते समय हमेशा ध्यान रखें की लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति कभी एक साथ जुड़ी हुई ना खरीदे। पूजा घर में रखने के लिए लक्ष्मी और गणेश जी की ऐसी मूर्ति लें जिसमें दोनों अलग-अलग हो। गणेश जी की मूर्ति में उनका सूंड बाए हाथ की तरफ मुड़ा हुआ होना चाहिए। दायी तरफ मुड़ी हुई सूंड अशुभ मानी जाती है। तथा सूंड में दो घुमाव नहीं होने चाहिए। मूर्ति खरीदते समय हमेशा गणेश जी के हाथ में मोदक वाली ही मूर्ति खरीदें। ऐसी मूर्ति सुख समृद्धि की प्रतीक मानी जाती है। गणेश जी की मूर्ति में उनके वाहन मूषक की उपस्थिति अनिवार्य है।
माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति- लक्ष्मी जी की मूर्ति खरीदते समय आपको ध्यान रखना चाहिए की माता लक्ष्मी की ऐसी मूर्ति न खरीदें जिसमें मां लक्ष्मी उल्लू पर विराजमान हो। ऐसी मूर्ति को काली लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। माता लक्ष्मी की ऐसी मूर्ति लेनी चाहिए जिसमें वह कमल पर विराजमान हो और उनका हाथ वर देने की मुद्रा में यानी कि आशीर्वाद देने की मुद्रा में हो और धन वर्षा करता हुआ हो । कभी भी माता लक्ष्मी की ऐसी मूर्ति लेकर ना आए जिस में वह खड़ी अवस्था में हो। ऐसी मुर्तिया माँ लक्ष्मी के जाने की मुद्रा को दर्शाती है। दोस्तों इस प्रकार दिवाली पर आप माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियों का पूजन कर धन और बरकत की प्राप्ति कर सकते है।
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