नमस्कार दोस्तों, हिंदू रीती-रिवाज में करवा चौथ का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है अगर सुहागन स्त्रियां इस व्रत को नहीं रखती है तो उनके पति की आयु कम हो सकती है और उनके साथ कुछ गलत भी हो सकता है। तो दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सुहागन स्त्रियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।करवा चौथ के दिन यह बातें अगर सुहागन स्त्रियां ध्यान रखेंगी तो उनके करवा चौथ का पूरा फल उन्हें मिलेगा और अगर इन बातों को ध्यान में नहीं रखेंगे तो उसका दुष्परिणाम भी उनको भुगतना पड़ सकता है। आइए जानते है ।
करवा चौथ के व्रत को बड़े ही श्रद्धा और भक्ति से मनाना चाहिए क्योंकि हिंदू रीति रिवाज में इस त्यौहार को बड़ा ही महत्व दिया गया है। दोस्तों इस त्यौहार के दिन स्त्रियों को व्रत के बाद कथा जरूर सुननी चाहिए। कथा को सुनने से उनको व्रत का फल मिलता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो सुहागन महिलाएं हैं वह अपने व्रत को अगर अपने पति के हाथों से तुड़वाएंगी तो बहुत ही शुभ माना जाता है।
करवा चौथ के दिन जिस छन्नी से चंद्रमा को देखते हैं वह छन्नी नई होनी चाहिए। पुरानी छन्नी से चंद्रमा को नहीं देखा जाता है ऐसा करना अशुभ माना जाता है। नयी छन्नी से चन्द्रमा को देखने के बाद अपने पति को देखा जाता है। इस दिन सुहागन महिलाएं अपने हाथों में मेहँदी जरूर लगाएं और लाल वस्त्र धारण करें। यह सब छोटी -छोटी बातें बड़ा ही महत्व रखती है एक सुहागन महिला के लिए और करवा चौथ के व्रत को पूर्ण होने के लिए।
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