जानिये कैसे मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनें - WE ARE ONE

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Saturday, October 27, 2018

जानिये कैसे मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनें




आज के इस लेख में हम आपको आपको बताएँगे आप मेंटली स्ट्रांग कैसे बन सकते हैं। हमें नहीं लगता कि कोई मानसिक शक्ति के साथ ही पैदा होता है। पर हम यह जरूर मानते है कि यह कुछ ऐसी चीज है जो हम अपनी जिंदगी के रास्तों में सीखते है। हमने बहुत सारे सफल लोगों के उदाहरण देखे है। हम आज आपको ऐसी कुछ चीजें बताने वाले है जो मेंटली स्ट्रांग लोगों में पायी जाती है और आप इन्हे बड़ी आसानी से अपनी ज़िन्दगी में भी अपना सकते है। 
पहला है देर से संतुष्टि। अधिकाँश लोग विफल हो जाते है। क्योकि वह प्रयोग करते है, लालच करते है या चुनौतियों को जल्दी से छोड़ देते है। मेंटली स्ट्रांग लोग जानते है कैसे ज्यादा मेहनत करनी है, कैसे ज्यादा से ज्यादा आउटपुट देना है। ये लोग फायदे का कम और अपनी तरफ से काम पूरा करने का ज्यादा सोचते है। यह मन जाता है की इंसान फल चिंता करना छोड़ देता है अगर उसे महसूस हो जाए की उसे उसके काम का रिजल्ट जरूर मिलेगा। 
दूसरा है बाधाओं को गले लगाना। हम मानना चाहते है की ज्यादा फ्रीडम हमें बेहतर बनाता है जबकि सच इसका ठीक उल्टा होता है। जब बहुत लोग ऐसे ही अपनी आज़ादी को अपना अधिकार साझने लगते है तब कुछ लोग उसको अपना तोहफा समझते है और उनके जीवन में आयी बाधाओं को एक अवसर के रूप में देखते है और डटे रहते है। 
तीसरा है आज्ञा न लें। मेंटली स्ट्रांग लोग खुद को जिम्मेदार मानते हैं। अपनी जिम्मेदारियां समझते हैं। वह अपने रास्ते बनाते हैं। उन से गलतियां भी होती है। उन गलतियों से उन्हें कोई नहीं बचा सकता। ऐसी चीजें जो होकर ही रहती है वह न ही उस गलती के बारे में ज्यादा सोचते है , न उदास होते है। वह उससे सीख ले कर जल्दी से जल्दी आगे बढ़ जाते है।
चौथी बात है स्थिरता मेंटली स्ट्रांग लोग पैदाइशी ऐसे नहीं होते है। यह स्थिरता हमे लानी पड़ती है। अपनी जिंदगी में हमें सफलता एक या दो दिन में नहीं हासिल होती है। इसलिए सफल लोग नियमितता का पालन करते है। क्योकि एक बार सफल होना तो तुक्का माना जाता है। परंतु अगर आप सफल होने के बाद उसे बनाए रखते हैं तो उसे नियमित मेहनत कहा जाता है। नियमितता की आदत ही स्थिरता को आपके अंदर लाती है। 
पांचवी बात है आशावादी होना। एक बात जो हमें आगे बढ़ाती है वह है आपकी जिज्ञासा और आशा। अगर किसी काम के लिए आपके अंदर जिज्ञासा ही ना हो तो वह काम आप करेंगे ही नहीं और ना ही आपको कोई निराशा होगी। मेंटली स्ट्रांग लोग खुद पर पूरा भरोसा रखते हैं और अपनी जिज्ञासा को कभी कम नहीं करते, अपनी आशा को कभी कम नहीं करते, यह ऐसा प्रकाश है एक गाड़ी के लिए जो रात को सुनसान सड़क पर चलती है। वह न हो तो आपका विश्वास डगमगा जाएगा। हम आपसे बस इतना कहना चाहते है आप अपने आपको मेंटली स्ट्रांग बनाने के लिए अपनी ऊर्जा और समय का अधिक से अधिक प्रयोग मानसिक शक्ति विकसित करने में करें। ध्यान दीजिये की आप कैसे फैसले लेते है और उन्हें परखिये। हमेशा खतरा मोल लेना सीखें। हर रोज अपने आप को कम्फर्ट जोन से बाहर निकालें, अपनी सीमाओं को तोड़ने की कोशिश करें। अपनी संगती में आप उन लोगों को अपना दोस्त चुनें जिनके पास कोई मकसद हो। आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी मेंटली स्ट्रांग होने के लिए। तो दोस्तों यह था आज का लेख अगर आपको पसंद आया हो तो एक लाइक जरूर करें, अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर करें। धन्यवाद ।

No comments:

Post a Comment

Comments System

Disqus Shortname