नमस्कार दोस्तों मेरे ब्लॉग (वी आर वन) में आप सभी का एक बार फिर से हार्दिक स्वागत है। हम सभी जानते हैं। एड्स एक जानलेवा बीमारी है जो की आहिस्ता-आहिस्ता पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लेती जा रही है । दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी रोकथाम के लिए औषधि की खोज में लगे हैं। परंतु अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है। भारत में भी यह रोग अपने पैर जमा चुका है। हम सब की यह जिम्मेदारी है कि हम पूरी सावधानी बरतें और इसके प्रति सभी को जागरूक बनाने का प्रयास करें। इसी बीच राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की एक रिपोर्ट सामने आयी है। जिसमे कहा गया है। भारत में 2017 में लगभग 21.4 लाख लोग एचआईवी से ग्रस्त थे और जिनमें से लगभग 40% महिलाएं थीं।
नाको ने कहा कि 2000 के बाद से एचआईवी के मामलों में लगभग 60 % की कमी आयी है। लेकिन अरुणाचल प्रदेश, असम, मिजोरम, मेघालय और उत्तराखंड में पिछले कुछ साल इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है।वर्तमान समय में एचआईवी से प्रभावित लोगों की संख्या चार करोड़ से भी अधिक है।
नाको ने कहा कि 2000 के बाद से एचआईवी के मामलों में लगभग 60 % की कमी आयी है। लेकिन अरुणाचल प्रदेश, असम, मिजोरम, मेघालय और उत्तराखंड में पिछले कुछ साल इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है।वर्तमान समय में एचआईवी से प्रभावित लोगों की संख्या चार करोड़ से भी अधिक है।
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